मैं हमेशा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती हूँ। – निक्की बावा

“कोई कितनी भी अच्छी नौकरी कर ले लेकिन उसमें कला या कुछ हुनर ऐसा होना चाहिए जिससे वो नौकरी ना होने की दशा में भी बुरी से  बुरी परिस्थिति आने पर अपना जीवन यापन कर पाए।” 

     ऐसा मानना है, देश में अपने मेकअप के लिए प्रसिद्ध मेकअप आर्टिस्ट निक्की बावा जी का। 

हम आज आपका परिचय निक्की बावा जी से करवाना चाहते हैं जिनका जन्म 21 जुलाई 1957 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में सामान्य मध्यवर्गीय परिवार में हुआ। जिनके पास आज लगभग ब्यूटी पार्लर में 40 वर्षों का बेहतरीन अनुभव है। 

निक्की की पढ़ाई भी गृहनगर रायपुर में ही हुई बचपन से ही इन्हें मेकअप के रंग और मेकअप की चीज़ें अच्छी लगती थी तो इनका कहीं ना कहीं सपना भी इससे ही जुड़ गया था।

    भविष्य में जाकर निक्की ने नौकरी की अपेक्षा खुद के बिजनेस और पार्लर इंडस्ट्री में नाम बनाने का सोच लिया था। 

अब निक्की के ग्रेजुएशन के बाद सन् 1978 में शादी भी हो गई। बेटे के जन्म के बाद सन् 1981 में जब थोड़ा सा समय खुद के लिए मिलने लगा तब सोचा कि मैं इस समय का उपयोग कैसे करुं?? निक्की ने नौकरी करने की अपेक्षा खुद का कुछ करने का मन बना लिया था। 

क्या ऐसा किया जाए जिससे आय भी बढ़े व दुसरों को भी रोज़गार के अवसर प्रदान कर पाऊं।

    तब ही इन्होंने ब्यूटी पार्लर का कोर्स सीखा ओर ग्वालियर में अपने घर पर ही एक कमरे में ब्यूटी पार्लर की शुरुआत की, धीरे-धीरे इसके काम को लोगों ने पसंद करना शुरु कर दिया था। 

    उस ही के बाद सन् 1982 में  दिल्ली जाकर ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन जी के इंस्टीट्यूट से कोर्स किया, ग्वालियर में ही लोगों को नई सुविधाओं के साथ ब्यूटी के रुप भी दिए। लोगों को इनके काम करने का तरीका, मेकअप बहुत ही पसंद आने लगे थे। 

ग्वालियर में पार्लर प्रसिद्ध होने लगा ही था कि उस ही के दो साल बाद लगभग सन् 1984 में अपने पति की पोस्टिंग के चलते भोपाल आ गई। अब नई जगह पर छोटे से स्तर पर शुरुआत की फिर अपने घर के कमरें में पार्लर की शुरुआत की। लोगों की डिमांड पर काम किया, फैशन के हिसाब से रोज ही कुछ ना कुछ बदलाव आते ही हैं तो उससे सीखने की कोशिश हमेशा बरकरार रखी। 

परिवार, बच्चों की पढ़ाई, पति की नौकरी सबको ओर सबकुछ बैलेंस करना कभी आसान नहीं होता है पर “हिम्मत व टाईम के मैनेजमेंट के साथ सब किया जा सकता है।” इन सब कामों को एक साथ करना अब निक्की की आदतों में शामिल हो गया था।

एडवांस कोर्स करना, सीखना, सीखाने का सिलसिला मानों फास्ट ट्रैन की स्पीड की तरह हो चुका था। 

     समय के साथ बदलाव आने लगा था, निक्की ने अपने पार्लर को एक कमरे से बदलकर भव्य रुप दे दिया था। 

यहाँ भोपाल में भी इनके कामों के चर्चाएं होने लगी थी। 

        उसके बाद काम में मेहनत के साथ तरक्की कहाँ रूकने वाली थी, निक्की ने देश व विदेश के बड़े-बड़े सेलिब्रिटी ब्यूटीशियन के साथ काम किया और  काम सीखा तथा उनसे  अपने ग्राहकों की पसंद के अनुसार काम करके दिखाएं। 

      निक्की का  सफर इतना आसान नहीं था पर मेहनत तथा सीखते रहने की ताकत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। 

जिसमें उन्होंने कई सेलिब्रिटीज का भी मेकअप किया, इनका एक सपना युवाओं व महिलाओं को रोज़गार देने का, वह सपना भी पूरा हो रहा है निक्की हमेशा काम सीखाना ओर सीखना चाहती है। 

निक्की जी को अभी तक मुख्यमंत्री, गृहमंत्री व अन्य लोगों के द्वारा अनेकों सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है देश के बड़े-बड़े कार्यक्रमों व सेमिनार का हिस्सा बन चुकी है। वक्त के साथ इनके सैलून का नाम दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।  

 निक्की जी ने अनेकों महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर दिया है, जो पार्लर चलाकर अपने परिवार का गुजर बसर कर रही है। भोपाल ही नहीं, मध्यप्रदेश ओर पूरे भारत के दूसरे शहरों से आकर लड़कियों ने इनसे काम सीखकर अपने लिए रोज़गार के अवसरों को चुना है। 

कई सालों के तजुर्बे के साथ निक्की ने कई बातों को सीखा तथा सीखाया है। आज इनकी बहू किरण बावा जी भी इन्हीं के साथ ब्यूटीशियन का काम कर रही है उन्हें काम करते हुए लगभग 10 सालों का अनुभव हो चुका है।

जितनी मेहनत निक्की करती है वैसे ही काम व लगन किरण जी में भी देखने को मिल जाती है। यदि मेहनत करने की शक्ति व हाथों में हुनर हो तो कोई भी काम छोटा नहीं होता है। 

हमारी टीम अपनी पहचान निक्की जी का धन्यवाद करती है कि उनके सपनों ने ना जाने कितनी महिलाओं को सक्षम, सुदृढ़ व आत्मनिर्भरता की तरफ आगे बढ़ाया है।

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