फैशन के दौर में जहाँ लोग मेकओवर की तरफ जिस तरह से आकर्षित हो रहे हैं। उसी से जुड़ी हम एक शख्सियत के विषय में चर्चा कर रहे हैं।
हम बात कर रहे हैं,
सृष्टि अनंत संजर जी की जिन्होंने खुद का मेकओवर स्टूडियो बनाने का सपना देखा ओर उस सपने को बहुत कम उम्र में पूरा कर लिया है। इनकी इस सफलता की यात्रा में कई उतार-चढ़ाव आए, पर उनका लक्ष्य सिर्फ अपने सपनों को सच करने का रहा है।
चाहे वह सपना पढ़ाई से जुड़ा हो या मिस इंडिया प्रतियोगिता में जाने का हो, या फिर स्पोर्ट्स में स्टेट लेवल पर तैराकी करने का हो या बिजनेस वुमन बन कर नई शुरुआत करने को लेकर रहा हो।
सृष्टि अनंत संजर जिनका जन्म 1 जुलाई सन् 1994 को भोपाल में हुआ। इनके पिताजी वकील तथा माताजी फैशन डिजाइन रही। सृष्टी को बचपन से ही पढ़ाई और फैशन जगत का माहौल मिला। स्कूली पढ़ाई के दौरान ये काफी होशियार विद्यार्थियों में शामिल थी।
बचपन से ही इन्होंने तैराकी सीखना शुरु कर दिया और साथ ही कलात्मकता में भी इनकी गहरी रुचि थी। बचपन के समय जब ये अपनी मम्मी के बुटीक पर जाती तब वहां के रंग-बिरंगे कपड़े, उनकी डिजाइन व उन कपड़ो के टेक्सचर इन्हें अपनी ओर आकर्षित किया करते थे। उस समय इन्हें लगता था, कि कलात्मक दुनिया कितनी खूबसूरत है व इसमें जाने की चाह इनकी तब से ही थी।
पढ़ाई में अव्वल आने के साथ ये स्पोर्ट्स में भी भाग लेती रही, जिसमें तैराकी में स्कूल लेवल से लेकर स्टेट लेवल तक का सफर तय किया, व अन्य प्रतियोगिताओं का भी हिस्सा होने लगी।
पढ़ाई व स्पोर्ट्स के साथ ही इनकी रुचि अब माॅडलिगं को लेकर भी बढ़ने लगी व ये शहर में होने वाली प्रतियोगिताओं में शामिल होने लगी।
वक्त के साथ इन्होंने सन् 2008 में मिस भोपाल में हिस्सा लिया और मिस भोपाल का खिताब जीता। उसके बाद इनका माॅडलिगं जगत में नाम स्थापित होने लगा व उसी के साथ ये मिस फ्रेश फेस आॅफ एमपी की विजेता रही। और अन्य प्रतियोगिताओं में खिताब हासिल करती चली गई।
सन् 2011 के लगभग ये मिस सहारा रही व सहारा इंडिया परिवार में बतौर माॅडल एंव ब्रांड एंबेसेडर भी रही। साथ ही अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा, और अन्य कलात्मक कार्यो को सीखना भी साथ जारी रखा।
अब तक सृष्टी के पास बड़ी-बड़ी कम्पनियों के लिए माॅडलिंग करने के प्रस्ताव भी आने लगे, व ये उनका हिस्सा बनने लगी थी, जिसमें इंडिया टूडे जैसी मैग्जीन भी शामिल है।
कक्षा 12वीं के वर्ष लगभग सन् 2013 के दौरान इन्होंने मिस इंडिया प्रतियोगिता में जाने का मन बना लिया और उसके लिए तैयारी भी करने लगी,
पर एक वक्त पर आ कर इन्हें लगा कि इनके लिए सबसे पहले पढ़ाई को तवज्जो देना जरुरी है, और अपनी डिग्री करने का मन बना लिया, तब इन्होंने मिस इंडिया बनने के सपने को छोड़कर काॅलेज में प्रवेश ले लिया।
इन्होंने बीजेएमएस (बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन) में अपनी डिग्री पूरी की। डिग्री के दौरान ही इन्होंने नेशनल जियोग्राफिक मैग्जीन के साथ लगातार कुछ समय काम किया।
फिर इन्हें दुरदर्शन में एंकरिंग व रिपोर्टिंग करने का मौका मिला जिसमें इन्होंने काम किया। साथ ही फिर से ये माॅडलिगं और फैशन जगत की तरफ वापस मुड़ गई। उस दौरान इन्होंने कुछ टीवी धारावाहिक व फिल्मों में भी अभिनय किया व बड़ी कम्पनियों में फिर ब्रांड एंबेसडर बन गई। तब तक इन्होंने अपने ब्लॉग व कंटेंट लिखने की भी शुरुआत कर दी थी।
ग्रेजुएट होते ही सन् 2018 में इनकी शादी हो गई, अब इन्होंने नए परिवार में आकर सबकुछ बखूबी संभाल लिया। और अपनी मास्टर्स की डिग्री एमजेएमसी (मास्टर्स इन जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन) की शुरुआत कर दी, शादी के बाद भी इन्होंने दुरदर्शन के साथ काम किया और उसका हिस्सा बनी रहीं।
अब सृष्टि ने मास्टर्स के साथ बिजनेस वुमन बनने का सपना देखा और इनके परिवार ने इनका पूरा सहयोग किया, और इन्होंने अपने मेकओवर स्टूडियो सयोनी की शुरुआत कि जिसका अर्थ सखी होता है।
सयोनी की शुरुआत के साथ इनके नए सफर की कहानी गढ़ी जा रही है। जिसमें इन्हें माॅडल तैयार करना, उनका मेकओवर करना, ड्रेसेज व फैशन सेंस का बहुत ज्यादा ध्यान रखना होता है। ये सब वे अकेले देख रही थी,ओर बिजनेस में इन्होंने उतार-चढ़ाव देखे।
नई शुरुआत करना मुश्किल होता है, पर उसको सफल बनाने की प्रकिया किसी संघर्ष से कम नहीं होती है।
समय के साथ इनके मेकओवर स्टूडियो भोपाल के साथ प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर सफलता मिल रही है। इनके स्टूडियो ने भोपाल में एक फैशन शो करवाया जिसमें मिस इंडिया सन् 2020 श्रीमती निमिशा सक्सेना जी ने बतौर जज की भूमिका को निभाया।
अब सृष्टि अपनी छोटी सी बेटी को संभालते हुए अपने स्टूडियो में काम करती है।
सृष्टि बताती है,
कि उनके बिजनेस वुमन बनने व बिजनेस में सबसे ज्यादा साथ उनके पति व परिवार ने दिया है। इनके ससुरजी समाजसेवा से जुड़े है, व सासुमाँ भी नौकरीपेशा है।
तो इन्हें तालमेल या सामंजस्य में कोई समस्या नहीं हुई।
सबसे ज्यादा वह अपने पति अनंत को उनकी सफलता का श्रेय देती है, यदि उनका साथ नहीं होता, तब इतना सब करना मुश्किल होता। इनके पति ने इन्हें कहा है, कि तुम्हारा हर सपना पूरा करने के लिए मैं हमेशा तुम्हारी हिम्मत बन कर साथ रहूंगा। सृष्टि के अनंत सफर की शुरुआत का यह पहला कदम था।
सृष्टि जब अपने कॅरियर को लेकर कशमकश में थी, कि वे माॅडलिंग में जाएं या पढ़ाई में अपना भविष्य बनाएं। तब वे यही सोचती थी, कि एक कदम चलना तो प्रारंभ करें, रास्ते मेहनत के साथ नजर आने लगेंगे।
अब सृष्टि गरीब परिवारों की महिलाओं को रोजगार देना आरंभ कर रही है, महिलाओं को मेकओवर का काम सीखा रही है, जिससे उन्हें रोजगार मिलने में आसानी हो, और वे आत्मनिर्भर हो सकें। विधवा महिलाओं के पुनर्विवाह या गरीब वर्ग की कन्या के विवाह मे इनके मेकओवर स्टूडियो में कम से कम खर्च में उनका मेकओवर किया जाता है। ये स्टूडियो में ये वर्कशॉप क्लासेस भी लेती है, जो गरीब महिलाओं के लिए निःशुल्क होती है। एंव महिलाओं की साक्षरता पर भी काम कर रही है।
कुछ युवतियाँ जो माॅडल बनना चाहती है, उन्हें भी इस क्षेत्र की बारीकियों से परिचित करवाती है।
सृष्टि इस मेकओवर स्टूडियो को ही आगे बढ़ाना चाहती हैं, भविष्य में उनके यहां उनके साथ काम कर रही महिलाओं के काम को सारी दुनिया के सामने प्रस्तुत करना चाहती है।
नए-नए क्रिएशन को सीखना व सीखाना चाहती है।
अपनी अब तक सीखी हर चीज़ को कहीं ना कहीं उपयोग में लाना चाहती है, कुछ भी व्यर्थ करना नहीं चाहती है। आगे मेकओवर एपिसोड शो, फैशन ब्लाॅग बनाना चाहती है।